उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू होने के चौथे दिन तक पोटर्ल के जरिए 97 शादियां रजिस्टर्ड हो गई थीं। जबकि 404 लोगों ने पंजीकरण कराया है। इसके अलावा प्रदेशभर में तीन लोगों ने लिव-इन रिलेशनशिप के लिए पंजीकरण कराया है। जबकि सात लोगों का रजिस्ट्रेशन विभिन्न कारणों से रद्द किया गया है। अब तक यूसीसी के पोर्टल पर कुल 17 हजार 374 लोगों ने आईडी जनरेट कर पंजीकरण की ओर पहला कदम बढ़ाया है।
प्रदेश में 27 जनवरी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूसीसी की नियमावली का ड्राफ्ट और पोर्टल लॉंच कर उत्तराखंड में नया कानून लागू हो जाने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री खुद पोर्टल पर विवाह पंजीकरण कराने वाले पहले व्यक्ति बने थे। इसके साथ ही पांच अन्य लोगों को पंजीकरण का प्रमाण पत्र सौंपा गया था।
अब प्रदेश में धीरे-धीरे यूसीसी पोर्टल पर पंजीकरण कराने का रूझान बढ़ रहा है। शासन के अधिकारी इस पर नजर बनाए हुए हैं। पोर्टल का सही से संचालन हो, इसके लिए आईटीडीए की टीम भी लगातार काम कर रही है। सचिव गृह शैलेश बगौली ने बताया कि लोग घर बैठकर खुद से और सीएससी सेंटर के माध्यम से भी अपना पंजीकरण करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार तक चार सौ से अधिक पंजीकरण दर्ज हो चुके थे, जबकि विभिन्न कारणों से सात पंजीकरण रद्द किए
