चारधाम तीर्थ पुरोहित महा पंचायत ने देवस्थानम बोर्ड पर पुनर्विचार किए जाने संबंधी मुख्यमंत्री के निर्णय का स्वागत किया है। साथ ही निर्णय लिया गया कि महा पंचायत देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा।
मंगलवार को महा पंचायत की बैठक समिति के अध्यक्ष कृष्णकांत कोठियाल की अध्यक्षता व महामंत्री हरीश डिमरी के संचालन में ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर स्थित भगवान आश्रम में आयोजित की गई। बैठक में कहा गया, कि जिस प्रकार सरकार ने उत्तराखंड में बने प्राधिकरण को वापस लिया है। उसी प्रकार देवस्थानम एक्ट भी वापस लिया जाए, क्योंकि यह एक्ट उत्तराखंड के पंडा समाज वह हक हकूकधारियों के के हित में नहीं है। इसके लागू होने के बाद यहां बेरोजगारी बढ़ेगी। जिसके लिए सभी समाज को एकजुट रहना पड़ेगा। जिसके लिए समय-समय पर लोगों को जागरूक किया जाएगा।
यदि यह सरकार भी हमारी मांगों को नहीं मानेगी, तो इसके लिए व्यापक रूप से आंदोलन किया जाएगा। बैठक में यह भी कहा गया कि पिछली सरकार द्वारा इसे राज्यपाल से हस्ताक्षर करवाकर कानून का दर्जा दे दिया गया है। जिसके विरोध में एक बार फिर आंदोलन किए जाने की आवश्यकता है। आंदोलन पर जाने से पहले एक प्रतिनिधिमंडल पुनः मुख्यमंत्री से मिलेगया और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराएग। वक्ताओं ने कहा कि हम लोग धर्म की रक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं और इसी से अपनी आजीविका भी चला रहे हैं। इस एक्ट के लागू होने के बाद हमारी रोजी-रोटी पर प्रभाव पड़ेगा, जिसे जनहित में वापस लिया जाना आवश्यक है। बैठक में अभी तक महापंचायत द्वारा न्यायालय में की गई कार्रवाई की जानकारी भी दी गई।
बैठक में समिति के महामंत्री हरीश डिमरी, पूर्व संरक्षक पंडित खिलानंद उनियाल, अजय नंदी लिंगवाल, नंदन टोडरिया, संगठन मंत्री श्याम पंचपुरी, अखिलेश कोठियाल, धूल लाल पंचपुरी, संजय टोडरिया, विनोद प्रसाद डिमरी, डिमरी पंचायत के उपाध्यक्ष, अमित रैवानी, राकेश कोठियाल, नारायण, जगमोहन उनियाल, नरेश आनंद नौटियाल, मीडिया प्रभारी राम कृष्ण केदारनाथ, अनिल सेमवाल, सावन चंद्र कंडारी, सुरेश चंद बागवानी, भरत वाजपेई, राकेश शुक्ला आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से करेगा मुलाकात चारधाम तीर्थ पुरोहित महा पंचायत देवस्थानम बोर्ड पर पुनर्विचार को लेकर
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