चुनावों में जहा कांग्रेस क़ो मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर बीजेपी ने जमकर निशाने पर लिया और हरीश रावत के नमाज की छुट्टी पर तो सरकार ही नहीं आने दी थी वही झारखंड के स्कूलों में जुमे की छुट्टी के फरमान के बाद उत्तराखंड के एक स्कूल ने भी इसका एलान कर दिया हैरानी की बात है ये स्कूल बीजेपी के एक नेता का है, जी हाँ विकासनगर स्थित ब्राइट एंजेल्स पब्लिक स्कूल में जुमे (शुक्रवार को) पर तय समय से पहले छुट्टी का एलान करना स्कूल प्रबंधन को भारी पड़ गया। गुरुवार को सामने आए इस मामले के बाद सूचना क्षेत्र में फैल गई और कई सामाजिक संगठन भी भड़क उठे।
आपको बता दें ये स्कूल बीजेपी नेता कादिर हुसैन का है जिन्हे पूर्व की निशंक सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया था वही अल्पसंख्यक संगठन में भी जिम्मेदारी दी गई थी हालांकि अभी बीजेपी का सामान्य सदस्य है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के विकासनगर में जुमे पर छुट्टी के स्कूल के एलान के बाद हड़कंप मचा गया। आपको बता दें सामने आए इस मामले के बाद सूचना क्षेत्र में फैल गई और कई सामाजिक संगठन भी भड़क उठे। पूरा प्रकरण इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने लगा।विकासनगर स्थित ब्राइट एंजेल्स पब्लिक स्कूल में जुमे (शुक्रवार को) पर तय समय से पहले छुट्टी का एलान करना स्कूल प्रबंधन को भारी पड़ गया। बताया गया कि गुरुवार दोपहर स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चे घर पहुंचे तो उनकी डायरी में यह सूचना दर्ज थी। जिसमें स्कूल प्रबंधन ने हर शुक्रवार दोपहर साढ़े 12 बजे छुट्टी करने की बात कही थी।अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर एक विशेष समुदाय को ध्यान में रखकर निर्णय लेने का आरोप लगा जिला प्रशासन से शिकायत की। शासन तक मामला पहुंचा तो जिलाधिकारी सोनिका ने उप
जिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार को कार्रवाई के आदेश दिए। प्रशासन की तरफ से स्कूल प्रबंधन को तलब किया गया तो प्रबंधन ने जनदबाव में लिखित माफी मांगते हुए जल्दी छुट्टी करने का निर्णय वापस ले लिया।विकासनगर में जीवनगढ़ स्थित ब्राइट एंजेल्स सीनियर सेकेंड्री पब्लिक स्कूल का नियमित समय सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक है। गुरुवार को स्कूल प्रबंधन की ओर से सभी बच्चों की डायरी में नोट दर्ज कराया गया कि हर शुक्रवार को स्कूल दोपहर साढ़े 12 बजे बंद हो जाएगा। स्कूल प्रबंधन की इस मनमानी का अभिभावकों ने विरोध करते हुए इसे इस्लामिक कट्टरता से जोड़ दिया।
कुछ ही देर में इंटरनेट मीडिया पर कई सामाजिक संगठनों समेत आमजन ने इसको लेकर कड़ी नाराजगी जतानी शुरू कर दी। क्षेत्र का माहौल गरमा गया और हिंदू संगठन विरोध जताने लगे। रुद्र सेना के संस्थापक एवं हिंदू जागरण मंच के संगठन मंत्री राकेश तोमर उत्तराखंडी समेत कई अन्य ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।आरोप लगाया कि स्कूल के प्रबंधक विशेष समुदाय के हैं, इसलिए वह स्कूल में मनमानी कर रहे हैं, जबकि स्कूल में हर धर्म के बच्चे पढ़ते हैं। यह आरोप भी लगाया कि स्कूल प्रबंधन ने इस निर्णय से कट्टरता को बढ़ावा देने के साथ ही देवभूमि की शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है। नाराज लोग विद्यालय से अपने बच्चों को हटाने की बात भी इंटरनेट मीडिया पर करने लगे।
पुलिस को अलर्ट पर रहने का आदेश जनता के विरोध की भनक स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआइयू) को लगी तो तत्काल शासन को गोपनीय रिपोर्ट भेजी गई। शासन ने जिलाधिकारी को उचित कार्रवाई के आदेश दिए। इसके बाद स्कूल प्रबंधक को उप जिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार ने अपने कार्यालय में बुलाकर जवाब-तलब किया।
इस दौरान स्कूल के निदेशक लेफ्टिनेट कर्नल कादिर हुसैन (सेनि.) व प्रधानाध्यापिका राणा अलमास ने लिखित में माफीनामा दिया और छुट्टी का विवादित निर्णय वापस ले लिया। मामले को लेकर रात तक जनाक्रोश बरकरार रहा, जिसे देखते हुए पुलिस को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है।स्टाफ की सुविधा के लिए हर शुक्रवार को दोपहर साढ़े 12 बजे स्कूल बंद करने का निर्णय लिया था। जिसे लेकर इंटरनेट मीडिया पर अनेक प्रकार की टिप्पणी किया जाना ज्ञात हुआ है। प्रशासन के आदेश पर प्रबंधन ने अपना निर्णय वापस लेकर तय समय तक स्कूल संचालन का भरोसा दिया है। स्थानीय व्यक्तियों और अभिभावकों को यदि किसी प्रकार का कष्ट हुआ हो तो उसके लिए स्कूल प्रबंधन क्षमा प्रार्थी है।
