चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में सेना जवान की मौत से शोक की लहर है. देशसेवा करते हुए ड्यूटी पर तैनात सेना के जवान गजेंद्र सिंह नेगी की मौत हो गई है. जवान का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक आवास मंडल घाटी के सगर गांव में पहुँचा. तिरंगा में लिपटा देख हर आंख नम हो गई. जवान के अंतिम दर्शन करने जन सैलाब उमड़ पड़ा.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चमोली के मंडल घाटी के सगर गांव निवासी गजेंद्र सिंह नेगी आसाम में सेना में तैनात थे. वह अपनी ड्यूटी निभा रहें थे. इस दौरान हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई. मौत की खबर जैसे ही परिवार को मिली शोक की लहर दौड़ पड़ी. कोहराम में मच गया. बुधवार को सेना के जवान पार्थिव शरीर को लेकर सगर गांव पहुंचे तो गांव का माहौल गमगीन हो गया. अंतिम दर्शन को जन सैलाब उमड़ पड़ा. बच्चों और पत्मी का रो-रोकर बुरा हाल है.
बताया जा रहा है कि शहीद गजेंद्र सिंह की उम्र 52 वर्ष है. उनके पिता दयाल सिंह नेगी की मृत्यु पूर्व में हो चुकी है. शहीद गजेंद्र सिंंह बेहद मिलनसार और हंसमुख थे. उनकी बेटी एम्स दिल्ली में सेवारत है, जबकि बेटा पढ़ाई कर रहा है. करीब एक घंटे तक अंतिम दर्शनों के बाद पार्थिव शरीर का पैतृक घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. शहीद की अंतिम यात्रा में ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा. इस दौरान हर आंख नम हो गई.
