कांग्रेस के विधायक नाराजगी दिखा रहे हैं तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और यशपाल भी विधायकों को मनाने में जुटे हैं आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन महरा,लोहाघाट विधायक कुशाल अधिकारी जी ने आज नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य से भेंट की।वही यशपाल आर्य ने कल ममता राकेश से भी मुलाक़ात की।
वही उत्तराखंड में कांग्रेस के विधायकों की नाराजगी है कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है और आज किसी भी वक्त कांग्रेस के लगभग 10 विधायक अपनी आगे की रणनीति को लेकर बैठक कर सकते हैं। इसके लिए कांग्रेस के प्रदेश भर से 10 विधायक देहरादून पहुंच भी गए हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी यशपाल आर्य को दी है और यशपाल आर्य ने इस गंभीर विषय को लेकर कहा है कि कभी भी कोई व्यक्ति बड़ा नहीं हो सकता पार्टी बड़ी है दल हमेशा बड़ा होता है और व्यक्ति सेकेंडरी हो जाता है हमारी पहचान पार्टी से होती है और पार्टी के जो हमारे सिद्धांत हैं जो हमारे मूल है जो हमारी विचारधारा है उसे हम को आत्मसात करना चाहिए।
आगे उन्होंने इसी विषय पर बात करते हुए कहा कि मेरा उनसे विनम्र निवेदन है मैं एक कार्यकर्ता के रूप में उन से निवेदन करना चाहता हूं जितने भी विधायक हैं वह मेरे अपने हैं ओ मेरा परिवार है मेरे परिवार का हिस्सा है मैं उन्हें अपना परिवार मानता हूं और हमारा प्रयास इस वक्त यही होना चाहिए कि हमें अपनी बात को एक उचित मंच पर रखना है। जब आप मीडिया सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचो पर अपनी इस बात को रखते हैं तो वह दुख की बात है और इससे पार्टी कमजोर होती है।
मैंने कहा कि मैं लगातार सभी विधायकों के संपर्क में हूं और मेरी कई विधायकों से लगातार बात भी हो रही है। तो कई विधायकों से मैंने सीधे बात की है मेरी मुलाकात भी उनसे हुई है।
कल कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक हरीश धामी ने कहा था कि पार्टी को प्रदेश में प्रदेश प्रभारी और केंद्रीय नेतृत्व नुकसान पहुंचा रहे हैं जिसको लेकर यशपाल आर्य ने कहा कि जब पार्टी का सम्मान नहीं है तो हमारी हैसियत क्या है हमारा वजूद क्या है हमारी हैसियत हमारी पार्टी से ही है। आज मैं नेता प्रतिपक्ष हूं तो मेरा वजूद बना है मेरा एक मजबूत आधार बना है और यह फैसला केंद्रीय नेतृत्व ने लिया है मैं आज जो भी हूं वह राहुल गांधी प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी जी के आशीर्वाद से ही हूं। वरना मेरी हैसियत क्या होती हम अपनी हैसियत पार्टी से ही बनाते हैं।