मंदिर समिति ने अस्थाई कार्मिकों द्वारा निरंतर उठाई जा रही मांग पर लगभग 125 से अधिक कार्मिकों के वेतन में वृद्धि की है। जबकि मीडिया व सोशल मीडिया में कुछ लोगों द्वारा एक कार्मिक की वेतन वृद्धि के प्रकरण को प्रचारित व प्रसारित कर भ्रम फैलाया जा रहा है। यह पूरी तरह से शरारतपूर्ण है। जबकि उक्त अस्थाई कार्मिक को नियमानुसार दस वर्ष की सेवा पूर्ण करने के पश्चात 18 हजार रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 22 हजार रुपये किया गया था। उक्त कार्मिक के वेतन में मात्र चार हजार रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है। जबकि अन्य कई कार्मिकों के वेतन में आठ आठ हजार रुपए तक की बढ़ोत्तरी हुई है।
मंदिर समिति ने विवाद की स्थिति को देखते हुए सभी कार्मिकों की वेतन वृद्धि के मामलों का फिर से परीक्षण करने और तब तक सभी की वेतनवृद्धि पर रोक लगाने का निर्णय लिया है।मीडिया प्रभारी ने बताया कि वर्तमान में मंदिर समिति यात्रा व्यवस्थाओं में जुटी हुई है। इस प्रकार के अनर्गल व भ्रामक समाचारों से समिति के कार्मिकों का मनोबल प्रभावित हो रहा है। मंदिर समिति अनुरोध करती है कि किसी प्रकार का समाचार इत्यादि प्रकाशित करने से पूर्व तथ्यों की पुष्टि अवश्य करें।
