उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में आज राजधानी लखनऊ समेत नौ जिलों में वोटिंग हो रही है. नौ जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर मतदान से एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद रीता बहुगुणा जोशी के पुत्र मयंक जोशी ने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मुलाकात.सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुद ट्वीट करके मयंक जोशी से मुलाकात की जानकारी दी है. फोटो भी शेयर किया है. मयंक जोशी सपा प्रमुख से मुलाकात के तुरंत बाद ही पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा से भी मिलने पहुंचे. अभिषेक मिश्रा लखनऊ की सरोजनीनगर विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. सपा प्रमुख अखिलेश ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया है लेकिन चुनाव की पूर्व संध्या पर हुई इस मुलाकात के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं.
गौरतलब है कि मयंक जोशी ने बीजेपी से टिकट के लिए भी आवेदन किया था. मयंक ने लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से टिकट मांगा था जहां से उनकी मां रीता बहुगुणा जोशी भी विधायक रही हैं. रीता बहुगुणा जोशी ने बेटे को टिकट मिलने पर लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने को तैयार रहने की भी बात कही थी लेकिन बीजेपी ने मयंक को टिकट नहीं दिया.
बीजेपी से टिकट ना मिलने के बाद मयंक के सपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं लेकिन तब ऐसा नहीं हुआ. सपा ने लखनऊ कैंट की चुनावी रणभूमि में राजू गांधी को उतारकर मयंक के पार्टी में शामिल होने को लेकर अटकलों पर विराम लगा दिया था. अब मतदान से ठीक एक दिन पहले अखिलेश यादव और अभिषेक मिश्रा के साथ मयंक की तस्वीर को सपा की ओर से ब्राह्मण, खासकर उत्तराखंडी वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.
बता दें कि अभिषेक मिश्रा खुद सपा के टिकट पर सरोजनीनगर सीट से चुनाव मैदान में हैं. सरोजनीनगर सीट की गिनती भी ब्राह्मण बाहुल्य सीटों में होती है. अभिषेक मिश्रा भी सपा के बड़े ब्राह्मण चेहरों में गिने जाते हैं. अब अभिषेक के साथ मयंक की तस्वीर को ब्राह्मण मतदाताओं को संदेश देने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.