कोविड 19 महामारी के खतरे को देखते हुए हरिद्वार महाकुंभ का आयोजन सीमित और कम अवधि का होगा। तमाम कयासों और विरोधों को दरकिनार करते हुए उत्तराखंड सरकार ने यह तय कर लिया है। कुंभ मेले के लिए मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पत्र भेजकर राज्य सरकार को ताकीद किया था।मंत्रालय ने राज्य से कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या को सीमित करने और इसकी समय अवधि कम करने पर विचार करने को कहा था। केंद्र के इन दिशा-निर्देशों के बाद राज्य सरकार के स्तर पर एसओपी जारी करने की तैयारी है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार की एसओपी केंद्र सरकार की एसओपी से ज्यादा सख्त हो सकती है। इसमें कड़े प्रतिबंध के साथ श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित किया जाएगा।मेले की समयावधि होगी कम
अभी तक कुंभ मेले की समयावधि 60 दिन की मानी जा रही थी। राज्य सरकार ने भी केंद्र को जो प्रस्ताव भेजा था, उसमें 27 फरवरी से 30 अप्रैल तक कुंभ मेले के आयोजन का उल्लेख था। लेकिन कोरोना संक्रमण के फैलने के खतरे को देखते हुए इसकी समयावधि कम होगी। कुंभ 48 दिन का हो सकता है।
स्पेशल ट्रेनें नहीं चलाने का करेंगे आग्रह
कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं को लाने के लिए विशेष रेलगाड़ियां (स्पेशल ट्रेन) नहीं चलाने का आग्रह किया जाएगा। राज्य सरकार रेल मंत्रालय को पत्र भेजकर यह अनुरोध करेगी। राज्य सरकार चाहेगी कि रेल मंत्रालय श्रद्धालुओं को लाने के स्थान पर श्रद्धालुओं को कुंभ मेले से ले जाने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाए। साथ ही मुख्य स्नान से एक दिन पहले कोई स्पेशल ट्रेन न चलाई जाए।मेलाधिकारी से घाटों पर अधिकतम संख्या का ब्योरा मांगा शासन ने कुंभ मेला अधिकारी से हरिद्वार के सभी घाटों पर श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या का ब्योरा मांगा है। मेला अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार हर दिन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को निर्धारित करेगी।
राज्यों के मुख्य सचिवों को लिखा पत्र
मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की एसओपी के बाद भेजे गए नए दिशा-निर्देशों के आलोक में सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है। पत्र में सभी राज्यों से एसओपी के अनुरूप सहयोग की अपील की गई है।
सीएम राज्यों के मुख्यमंत्रियों से करेंगे बात
कुंभ में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से फरवरी के पहले हफ्ते में बात करेंगे। वह राज्यों से कुंभ मेले में सीमित संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने के संबंध में सहयोग की अपील करेंगे।