दीपाली शुक्ला, एक ऐसी पत्रकार जिन्होंने अपनी मेहनत के बूते बनाई अलग पहचान

कोरोना काल में जहां देश लॉकडाउन है. कोरोना फाइटर्स दुनिया को बचाने में जुटे हुए हैं. ऐसे में मीडियाकर्मी लोगों को जानकार, सजग और सतर्क बनाने में जुटा हुए हैं, ताकि लॉकडाउन का ठीक तरह से पालन सुनिश्चित हो, आप सुरक्षित रहें और देश और दुनिया महफूज़ रह सके. ऐसी ही पत्रकार हैं दीपाली शुक्ला भी. वरिष्ठ पत्रकार दीपाली शुक्ला पिछले 11 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में देश के जाने माने न्यूज़ चैनलों में बतौर न्यूज़ एंकर तो काम करती ही रही हैं, समाजसेवा में भी जुटी रही हैं. जिसके लिए कई बार उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है. FICCI के साथ मिलकर भी स्वच्छ भारत अभियान के लिए किए गए उनके काम को बेहद सराहा गया. साल 2019 में खुद FICCI ने उन्हें हिंदी पत्रकारिता के लिए टीवी जर्नलिस्ट के तौर पर फेलोशिप के लिए चुना, इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री के मिशन स्वच्छ भारत को आगे बढ़ाने में बेहद सक्रिय भूमिका निभाई. वरिष्ठ पत्रकार दीपाली शुक्ला की कलम को धार ईटीवी हैदराबाद में मिली. इसके बाद ज़ी मीडिया और न्यूज़ नेशन जैसे देश के बड़े और प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनल्स में इन्होंने आपनी सेवाएं दीं. ज़ी मीडिया में काम करने के दौरान आपको ‘Inspiring Journalist’ का अवार्ड भी मिला.
बेहद मृदुभाषी, स्पष्ट और नपा-तुला बोलने की शैली के कायल उनके सहकर्मी और प्रशंसक दोनों हैं. ज़ी मीडिया में काम करने के दौरान वरिष्ठ पत्रकार दीपाली शुक्ला के नाम ज़ी हिंदुस्तान का सबसे ज्यादा टीआरपी रेटिंग वाला शो ‘अनदेखा-अनसुना’ प्रोड्यूस करने का श्रेय भी जाता है. बतौर सीनियर एंकर दीपाली शुक्ला फील्ड में अपनी दमतार और सटीक रिपोर्टिंग के लिए खास तौर पर जानी जाती हैं. चाहे उत्तरप्रदेश, दिल्ली, पंजाब विधानसभा चुनाव रहे हों या फिर लोकसभा चुनाव, फील्ड में भी दीपाली शुक्ला की प्रभावशाली रिपोर्टिंग सराही गई. ख़ासतौर पर कांग्रेस बीट में उनके सूत्र बेहद मज़बूत बताए जाते हैं.अपनी धारदार और बिना चीख-चिल्ली वाले सारगर्भित डिबेट शो के लिए उन्हें खास तौर पर जनतंत्र टीवी ने अपने यहां बतौर एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर के तौर पर सहर्ष हायर किया. शाम 6 बजे प्रसारित होने वाला ये फ्लैगशिप डिपेट शो ‘आज का मुद्दा’ चैनल के सबसे चर्चित डिबेट शो में शुमार करता है. किसी एक किरदार में बंधकर न रह जाने वली वरिष्ठ पत्रकार दीपाली शुक्ला न सिर्फ एंकरिंग के दायित्वों का पूरी ज़िम्मेदारी से निर्वहन करती हैं, बल्कि आउटपुट में कंटेड पर नज़र रखना, अच्छे ग्रैफिक्स बनवाने के लिए खुद लगना, चैनल की बेहतरी के लिए इनोवेटिव आइडिया देना, शानदार और आकर्षक प्रोमो लिखना और उन्हें शूट करवाने में भी आपकी खासी रुचि आपको ‘जैक ऑफ आल’ बनाती है. बिना किसी जर्नलिस्ट फैमिली बैकग्राउंड या गॉड फादर के अपने बूते पर पत्रकारिता के क्षेत्र में पहचान बनाने वाली वरिष्ठ पत्रकार दीपाली शुक्ला, न्यू कमर्स के लिए आदर्श पेश करती हैं.
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Keep glowing
Bahut shukriya