कोरोना की पाबंदियां हटने और मैदानी क्षेत्रों में गर्मी बढ़ने के बाद पर्यटकों ने उत्तराखंड की शांत वादियों की ओर रुख कर दिया है। इस साल साढ़े तीन महीने में 11 लाख से ज्यादा पर्यटक देहरादून जिले के पर्यटक स्थलों का दीदार कर चुके हैं। पर्यटकों की संख्या में निरंतर इजाफा हो रहा है। इससे पर्यटन कारोबारियों में उत्साह का माहौल है।
जिले में मसूरी, सहस्त्रधारा, ऋषिकेश और चकराता देशी-विदेशी पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगह है। प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज इन स्थलों का दीदार करने के लिए पर्यटक आते हैं। कोरोना काल से पहले हर महिने लाखों पर्यटक यहां आते थे, लेकिन मार्च 2020 में जैसे ही कोरोना संकट शुरू हुआ पर्यटन कारोबार पूरी तरह से ठप पड़ गया था। पूरे साल सात लाख पर्यटक जिले में पहुंचे। जबकि 2021 में करोना संकट कम हुआ तो 28 लाख पर्यटक पहुंचे हैं। इस बार पर्यटकों की भीड़ बढ़ती जा रही है। 31 मार्च तक 8 लाख पर्यटक पहुंचे हैं। पिछले 15 दिनों में भी तीन लाख से ज्यादा पर्यटक पहुंच चुके हैं। इस बार कोविड काल के बाद रिकॉर्ड पर्यटक पहुंचने के आसार हैं। जिला पर्यटन अधिकारी यशपाल चौहान ने बताया कि अब चारधाम यात्रा सीजन शुरू होने वाला है, ऐसे में पर्यटकों की संख्या भी और बढ़ने की उम्मीद है।
वर्ष 2019 में 29 हजार विदेशी पर्यटक देहरादून जिले में आए थे। लेकिन कोरोना संकट शुरू होने के बाद विदेशी पर्यटकों की संख्या में भारी कमी आ गई थी। 2020 में 6951 और 2021 में 1675 विदेशी पर्यटक आए हैं। इस बार साढ़े तीन महीने में 1500 से ज्यादा विदेशी पर्यटक पहुंच चुके हैं।
मसूरी में उमड़े पर्यटक जाम से हाल बेहाल: मसूरी लगातार दो दिन की छूट्टी और वीकेंड के चलते पर्यटन नगरी मसूरी में पर्यटकों का हुजूम उमड़ गया। वहीं जाम के कारण हाल बेहाल रहे मसूरी देहरादून मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। मसूरी-कैंपटी मार्ग पर भी जाम की स्थिति रही। होटल भी पैक रहे।
मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि लगातार छुट्टियों के चलते शनिवार तक मसूरी पैक रहा। रविवार को 50 फीसदी तक की बुकिंग रहेगी। बताया कि आगामी दिनों तक के लिए फिलहाल बुकिंग नहीं है। केवल वीकेंड पर ही मसूरी में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। तीन दिनों तक मसूरी पैक रही। होटल व्यवसाय के साथ ही व्यापार में भी इजाफा हुआ है।
