देश में जानलेवा कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है. इस बीच 12वीं कक्षा की परीक्षाओं को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक, देश में कोरोना काल के दौरान 12वीं की परीक्षाएं कराई जाएंगी. इसके लिए 19 विषयों को चुना गया है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री राज्य सरकारों के सभी शिक्षा मंत्रियों और सचिवों के साथ आज हाई लेवल बैठक हुई. इस बैठक में सभी ने प्रस्ताव रखा कि 12वीं की परिक्षाएं करना बहुत जरूरी है, क्योंकि इनपर छात्रों के आगे का भविष्य तय होगा.नहीं कराई जाए तो क्या रास्ता निकाला जाए?- बैठक में चर्चा
केंद्र और राज्य सरकारों की संयुक्त बैठक में 12 वीं बोर्ड की परीक्षा कराई जाए या नहीं और नहीं कराई जाए तो क्या रास्ता निकाला जाए, इस पर चर्चा हुई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बुलाई गई बैठक में केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर के अलावा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव, परीक्षा का आयोजन कराने वाले बोर्डो के अध्यक्ष, और परीक्षा नियंत्रण से जुड़ी अन्य संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहे.सभी पहलुओं पर विचार करना चाहती है केंद्र सरकार
गौरतलब है कि कोरोना के चलते सभी राज्यों के शिक्षा बोर्डों, सीबीएसई, आईसीएसई ने 12वीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी थीं. साथ ही एनटीए समेत राष्ट्रीय परीक्षाओं का आयोजन करने वाली अन्य संस्थाओं ने भी परीक्षाएं स्थगित की हुई हैं, जबकि केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 30 मई को परीक्षाओं को लेकर भावी योजना के बारे में बताने की बात कह चुके हैं. कोई निर्णय लेने से पहले केंद्र सरकार सभी पहलुओं पर विचार करना चाहती है. इसी कड़ी में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक एक सप्ताह पहले राज्यों के शिक्षा सचिवों के साथ बैठक कर चुके हैं.