देहरादून: विधानसभा के पूर्व सचिव मुकेश सिंघल की बढ सकती है मुश्किलें। मुकेश सिंघल के खिलाफ जल्द शुरू हो सकती है पुलिस जांच। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने पूर्व सचिव की जांच के लिए सरकार को लिखा पत्र। सरकार जल्द ही पूर्व सचिव की पुलिस जांच पर ले सकती है फैसला। विधानसभा में 32 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया में पूर्व सचिव की भूमिका संदेह के दायरे में। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने भर्ती को रद करते हुए तत्कालीन सचिव मुकेश सिंघल को किया था निलम्बित।
सचिव रैंक का वेतन ले रहे सिंगल को अब संयुक्त सचिव रैंक का वेतन मिलेगा विधानसभा में बैक डोर भर्तियों में तत्कालीन सचिव सिंगल चर्चाओं में आए थे भर्तियों की जांच के लिए स्पीकर खंडूड़ी ने 4 सितंबर 2022 को पूर्व नौकरशाह डीके कोटिया की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर 23 सितंबर को स्पीकर ने विधानसभा में वर्ष 2016 के बाद हुई सभी बैक डोर भर्तियों को रद्द कर दिया था इसके साथ ही सचिव सिंगल को निलंबित करते हुए गैरसैण समृद्ध कर दिया था सिंगल वर्ष 2004 में शोध अधिकारी के रूप में नियुक्त हुए थे वर्ष 2021 तक वह 5 प्रमोशन पाने में कामयाब हो गए जबकि अन्य विभागों के कर्मचारियों को 30 साल की सेवा के बाद भी दूसरे प्रमोशन के लिए तरसना पड़ता है।
हद तो तब कर दी गई जब वर्ष 2021 में उन्हें दो-दो प्रमोशन दे दिए गए सिंगल अभी बाहर नहीं हुए हैं ऐसे में जब तक वे बहाल नहीं होते हैं तब तक उन्हें आधा वेतन ही मिलेगा।विधानसभा के प्रभारी सचिव हेमत ने सिंगल को रिवर्ट करने की पुष्टि की है स्पीकर खंडूरी ने सिंगल का संवर्ग भी बदल दिया है। भविष्य में उनके विधानसभा सचिव बनने के दरवाजे भी बंद हो गए हैं।