आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पूर्व शिक्षा मंत्री भारत सरकार एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर राष्ट्रपति को डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जी ने अपनी पुस्तक “शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र निर्माण, नई शिक्षा नीति NEP2020″ की प्रथम प्रति भेंट की।
राष्ट्रपति ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पूरे देश में लोकप्रिय हो रही है। उन्होंने बताया कि झारखंड के राज्यपाल रहते हुए उन्होंने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का अध्ययन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति के साथ विकास पर भी हिमालय के जनजातीय क्षेत्र विशेषकर सीमावर्ती अँचलों के समग्र विकास पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
डॉ निशंक ने राष्ट्रपति को बताया किनयी शिक्षा नीति विश्व के सबसे बड़े नवाचार युक्त परामर्श का परिणाम है जिसमे ढाई लाख पंचायतों समेत शिक्षा जगत से जुड़े सभी हित धारकों के सुझाव लिए गए । डॉ निशंक ने बताया कि शिक्षा नीति के निर्माण में मानवीय मूल्यों और परंपरागत भारतीय ज्ञान पर विशेष ध्यान दिया गया।
इस बात पर राष्ट्रपति जी ने प्रसन्नता प्रकट की कि स्वामी विवेकानंद , महर्षि अरविन्द जैसे महापुरुषों के दर्शन को शिक्षा नीति में समाहित किया गया है । ज्ञातव्य है राष्ट्रपति महर्षि अरविन्द के विद्यालय में एक शिक्षिका के रूप में कार्य कर चुकी हैं। उन्होंने शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन पर भरसक प्रयास पर बल दिया।
