टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत शुक्रवार सुबह कार हादसे का शिकार हो गए. दिल्ली-देहरादून हाइवे पर रुड़की के पास उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई. इसके बाद उसमें आग भी लग गई. गनीमत ये रही कि पंत समय पर कार से बाहर आ गए. पंत को इस हादसे में चोट लगी हैं लेकिन उनकी हालत खतरे से बाहर है. वैसे ऋषभ पंत के लिए मसीहा बनकर आया एक ड्राइवर. वो हादसे के बाद पंत के पास पहुंचा और उन्होंने उनका हालचाल पूछा. उत्तराखंड पुलिस की जानकारी के मुताबिक पंत के सड़क हादसे की जानकारी उन्हें हरियाणा रोडवेज के बस ड्राइवर ने फोन कर दी थी.
उत्तराखंड पुलिस ने जानकारी दी, ‘ सुबह 5 बजकर 22 मिनट दिल्ली से अपने घर की ओर आ रहे थे और उनकी कार डिवाइडर पर टकराकर पलट गई और फिर उसमें आग लग गई. हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर और कंडेक्टर ने हमें फोन कर इसकी जानकारी दी. नारसल चेकपोस्ट से उत्तराखंड पुलिस के जवान उनके पास पहुंचे और उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उनका प्राथमिक उपचार हुआ.’हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर जो दिन-रात सड़कों पर ही रहते हैं. जिनकी सैलरी मात्र 20 हजार तक होती है उन्होंने इस करोड़ों कमाने वाले क्रिकेटर की जान बचाई.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ऋषभ पंत आगे का शीशा तोड़कर कार से बाहर निकले. पंत तेज रफ्तार से कार चला रहे थे और तभी उनको झपकी लग गई. इस दौरान गाड़ी डिवाइडर तोड़ते हुए सड़क की दूसरी ओर जाकर पलट गई. पंत इस हादसे के बाद घबराए नहीं और उन्होंने कार का शीशा तोड़ खुद को बाहर निकाला. पंत जैसे ही कार से बाहर निकले उसमें आग लग गई. पंत के कार हादसे की सीसीटीवी फुटेज भी जारी हो चुकी है. वहीं हादसे के बाद वो कितने बुरी तरह घायल हुए थे इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.