देहरादून–सीएम तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों के पेच कसने शुरू कर दिए हैं सीएम जिस तरह से फैसले ले रहे हैं उससे अधिकारियों में खलबली है ऐसा लगता है तीरथ सिंह रावत पूरा होमवर्क करके आये हैं , विकास प्राधिकरणों को लेकर पहाड़ की जनता परेशान है तो सीएम तीरथ ने साफ कहा कि ये प्राधिकरण जनता के लिए नही अधिकारियों के पेट भरने के लिए बनाए गए हैं उनके अनुसार इन प्राधिकरणों की पहाड़ में कोई जरूरत नही है मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा, मैंने अफसरों को साफ कर दिया कि तुम किताब पढ़ो, मैं जनता के चेहरे पढूंगा। मुझे काम चाहिए, रिजल्ट चाहिए। वक्त कम है और चुनौती बड़ी है। तीरथ सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।मैंने अफसरों को साफ कर दिया कि ये किताबें किनारे रखो, हमें काम चाहिए। तुम किताब पढ़ो, हम जनता के चेहरे पढ़ेंगे। मैंने पूछा है कि हर घर में जो नल लगाएंगे, उसमें पानी होगा कि नहीं। उन्होंने साफ कर दिया, 2022 तक हर घर नल और पानी होना चाहिए। हमारी सरकार ने एक रुपये में कनेक्शन देने का काम किया। चार वर्ष खूब काम हुए। कार्यकर्ताओं को इन कामों को जनता के बीच ले जाने में कंजूसी नहीं करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अफसरों ताकीद कर दिया है कि कोरोना में 4500 मुकदमे वापस होंगे और कुंभ में कोई रोक टोक नहीं होगी। उनके इस निर्णय संदेश गया है और बड़ी संख्या में लोग कुंभ में आए हैं। अखाड़ों में भी खुशी है। उन्होंने कहा कि मैंने विकास प्राधिकरण पर रोक लगा दी। इन प्राधिकरणों में तदर्थ पर लगे जेई एई के मजे लग गए। वे माल उड़ाए जा रहे। इनके प्लाट और कोठियां खड़ी हो गईं और जनता परेशान है।
अधिकारियों में खलबली , मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कड़क मिजाज से, अधिकारियों को कह दी इतनी बड़ी बात
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