चमोली आपदा की घटना का सबसे बड़ा साक्ष्य सामने आया है जी हाँ सैटेलाइट इमेज ने काफी हद तक अब स्थिति साफ कर दी है कि कैसे चमोली आपदा घटित हुई आप देखिए कैसे फ़ोटो में साफ हो गया है कि कैसे पहाड़ बर्फ सहित टूटकर नदी में गिर गया।
वास्तविक घटना का साक्ष्य रौंथी धार के नीचे ५६०० मीटर की ऊँचाई से रौंथी नाले में बहते हुये रिषिगंगा के जल प्रवाह को रोक कर जिसने तबाही मचाई रेणी-तपोवन (धौली गंगा एवं अलकनन्दा ) में (भू विज्ञान की भाषा में यह प्रक्रिया हिमीभवन (Frost Action) कहलाती है जो हिमाच्छादित क्षेत्र की एक सतत प्रक्रिया है।