आखिरकार चुनाव में मुस्लिम यूनिवर्सिटी का मुद्दा उठाने वाले प्रदेश उपाध्यक्ष अकील अहमद को कांग्रेस पार्टी ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है ऐसे में राजनीतिक गलियारों में फैसले को लेकर चर्चा है कि पार्टी देर आए दुरुस्त आए. आपको बता दें इस एक मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जुमले ने ही सत्ता में आती कांग्रेस को विपक्ष में बिठा दिया वही अकील अहमद लगातार मुस्लिम यूनिवर्सिटी को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं महामंत्री संगठन मथुरा दत्त जोशी के हस्ताक्षर से अकील अहमद के निष्कासन का फरमान जारी हुआ है.
विधानसभा चुनाव के दौरान एवं उसके उपरान्त आपके द्वारा इलेक्ट्रोनिक / प्रिंट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार की जा रही बयानबाजी आपके पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है. आपके द्वारा की गई अनर्गल बयानबाजी से पार्टी संगठन की छवि धूमिल हुई है. इससे पूर्व भी पार्टी संगठन द्वारा आपको अनर्गल बयानबाजी न करने की हिदायत देते हुए दिनांक 8 फरवरी, 2022 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. इसके बावजूद • आपके द्वारा इलेक्ट्रोनिक / प्रिंट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार अनर्गल बयानबाजी की जा रही है जिसे केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा गम्भीरता से लिया गया है. आपके इस कृत्य के लिए पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर कांग्रेस संविधान की धारा 19 (च) (4) के अन्तर्गत आपके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए आपको पार्टी के सभी पदों से अवमुक्त करते हुए तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छः वर्ष के लिए निष्कासित किया जाता है.