उत्तराखंड के नैनीताल में हाथियों का झुंड पहुंचने से हड़कंप मच गया है. बाद ग्रामिणों ने वन विभाग को सूचित किया. जिसके बाद विभाग ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर ढोल नगाड़े बजाकर हाथियों के दल को खदेड़ा. हालांकि गांव में आए हाथियों ने जान मान को किसी तरह की क्षति नहीं पहुंचाई.
गांव में घुसा हाथियों का झुण्ड-
नैनीताल जिले के ज्यूलिकोट स्थित देवीधुरा में रात हाथियों का झुंड घुस गया. ग्रामीणों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने वन विभाग को सूचित किया. हाथियों के गांव तक घुस जाने से ग्रामीणों में भगदड़ मच गई. ग्रामीणों ने गांव से जंगल की तरफ लगे क्षेत्र में खड़े होकर ढोल नगाड़े बजाए. टिन के कंटर पीटकर जोर की ध्वनि निकाली जिससे हाथियों का झुण्ड गांव में घुसने से कुछ देर तक रुक गया. रात लगभग एक बजे वन विभाग की टीम के नौ सदस्य भी घटनास्थल पहुंचे. जिन्होंने हाथियों के झुंड को भागना शुरू कर दिया. हालांकि वन विभाग की टीम ने गांव वालों के साथ भारी मस्कत करके हाथियों के झुंड को जंगल के ओर भगाया.
कैसे भागे हाथी-
बताया गया कि हाथियों के झुण्ड में दो नर हाथी, दो मादा और दो शावक आए थे. रातभर की मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम और ग्रामीण मिलकर हाथियों को सवेरे साढ़े नौ बजे के करीब गांव से दूर भाग सके. इससे पहले भी कॉर्बेट पार्क क्षेत्र से हाथी लगभग 15 वर्ष पूर्व इस क्षेत्र में आए थे. इसके अलावा तीन वर्ष पूर्व ज्यूलिकोट के चोपड़ा गांव में आ धमके थे, जिन्हें इसी तरह भगाया गया था. हाथियों से गांव में किसी भी प्रकार के जान माल का नुकसान नहीं हुआ है. ये क्षेत्र नैनीताल शहर से महज 13 किलोमीटर की दूरी पर है.