देहरादून के इंदिरानगर क्षेत्र में डेंगू के दो और मरीज मिले हैं। इस सीजन में जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 14 पहुंच चुकी है। इनमें से नौ मरीज इंदिरानगर और उससे सटे क्षेत्र के हैं। बाकी मामले देहरादून नगर निगम और आसपास के क्षेत्रों से ही हैं। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की संयुक्त टीम सर्वे कर विभिन्न क्षेत्रों में फॉगिंग कर रही हैं। जिला वेक्टर जनित रोग अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि इंदिरानगर क्षेत्र से डेंगू के दो नए मरीज मिले हैं। इनमें से एक 17 साल का किशोर राजकीय गांधी शताब्दी अस्पताल में भर्ती था, जिसे अब अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है और वह स्वस्थ है। इसी तरह, 53 वर्षीय महिला भी घर में है और स्वस्थ्य है। उधर, नए मामले सामने आने के बाद नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीमों ने इंदिरानगर और आसपास के डेंगू प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया। जहां घर-घर जाकर डेंगू के लार्वा का सर्वे किया गया। जनता को जागरूक करने के लिए वाहनों द्वारा प्रचार प्रसार किया गया और पंपलेट बांटे गए। कुछ जगहों पर मच्छर के लार्वा पाए गए। जिसे टीम द्वारा नष्ट किया गया। जिला वेक्टर जनित रोग अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की टीमों द्वारा डेंगू प्रभावित व संवेदनशील क्षेत्रों में नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। लार्वानासक का छिड़काव और फॉगिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक जिले में 754831 आबादी के अंतर्गत 153803 घरों का सर्वे किया जा चुका है। जिसमें से 8548 घरों में मच्छर का लार्वा पाया गया, जिसे टीमों ने नष्ट किया। बरसाती मौसम में डेंगू के साथ ही वायरल बुखार और टाइफाइड का भी खतरा बढ़ रहा है। शहर के सबसे बड़े राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल समेत विभिन्न निजी और सरकारी अस्पतालों में खासकर वायरल बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। राजकीय दून मेडिकल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक एवं वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. केसी पंत ने बताया कि आजकल अस्पताल की ओपीडी में वायरल बुखार और टाइफाइड के मरीज ज्यादा आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि वायरल बुखार में तेज बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, सर्दी, जुखाम जबकि टाइफाइड में बुखार, पेट में दर्द, दस्त, उल्टी जैसी दिक्कत होती हैं। डॉ. पंत ने बताया कि अस्पताल में बुखार के मरीजों की कोरोना और डेंगू जांच जरूर कराई जा रही है। ताकि, उन्हें आइसोलेट किया जा सके।
इन बातों का रखें ख्याल
– उबला हुआ पानी पीएं।
– पूरी बांह के कपड़े पहनें
– कार्यालय और घरों में ज्यादा दिन तक पानी जमा न होने दें
– बासी भोजन न लें, पका हुआ खाना फ्रिज में ज्यादा देर तक न रखें।
– खानपान और रहन सहन में सफाई का पूरा ख्याल रखें।
– बुखार हो रहा हो तो एस्प्रिन और एस्टेरॉयड बिल्कुल न लें। इससे डेंगू खतरनाक हो सकता है और ब्लीडिंग हो सकती है।
– बुखार होने पर ठंडे पानी की पट्टी करें।
– मच्छर से बचने के उपाय करें।
– डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा न लें।