उत्तर प्रदेश पुलिस में आउटसोर्सिंग से भर्ती के आधिकारिक पत्र ने बवाल खड़ा कर दिया है। डीजीपी मुख्यालय की तरफ से सभी पुलिस कमिश्नर, एडीजी जोन, IG रेंज और पुलिस अधीक्षकों को जारी सर्कुलर में कहा गया है कि पुलिस विभाग में आउटसोर्सिंग के माध्यम से तमाम पद भरे जाने हैं। इसके सम्बन्ध में 17 जून तक अपनी राय भेजिए।
ये पत्र कल से वायरल हो रहा है। ये बात सही है कि ये पत्र डीजीपी हेडक्वार्टर से स्थापना विभाग से जारी हुआ है।
लेकिन देर रात सफाई जारी कर दी गई की त्रुटिवश ये सर्कुलर जारी हो गया। जिसे निरस्त कर दिया गया।
सूत्रों का कहना है की अगर ये त्रुटिवश था तो डीजीपी को एक्शन लेना चाहिए था जिसने प्रदेश भर में युवाओं के बीच भारी असंतोष पैदा कर दिया था। राजनीतिक फजीहत के बाद सफाई आई की सर्कुलर रद्द किया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि ये प्रस्ताव पहले से बना रखा था जिसे जारी किया गया। डीजीपी मुख्यालय में इसको लेकर काफी विचार भी हुआ था।
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री बेहद नाराज है डीजीपी हेडक्वार्टर से और नाराजगी की गाज जल्दी ही एक बड़े अफसर पर गिरने वाली है। चुनाव के वक्त भी एक आला अफसर के डबल क्रॉस की खबरे थी। इस सर्कुलर को एक खेमा, सरकार को बदनाम करने की अफसरों द्वारा साजिश से जोड़ रहा है।