एक युवक को पुलिस कर्मियों के द्वारा इतना मारा गया यह युवक 2 दिन तक दहशत में घर में छुपा रहा मामला जनपद पौड़ी गढ़वाल के पैठाणी थाना क्षेत्र का है बलदेव सिंह रावत पेशे से मालवाहक कैंपर गाड़ी का चालक है मामला सोशल मीडिया से डीजीपी के संज्ञान में आया डीजीपी ने इस मामले की जांच के आदेश दिए और उक्त प्रकरण की जांच CO OPPS (ऑपरेशन) विभव सैनी के सुपुर्द की गयी है।
5 अगस्त को कामकाज के बाद शाम को वह अपने वाहन में तिरंगा लगाकर जब घर की तरफ जा रहा था तो सिविल ड्रेस में पुलिस कर्मियों के द्वारा उसके साथ कहासुनी हो गई बलदेव नहीं जानता था कि सिविल ड्रेस पहने व्यक्ति पुलिसकर्मी है उसके द्वारा भी उनके साथ कहासुनी की गई जिसके बाद उन पुलिस कर्मियों द्वारा उसके साथ मार पिटाई की गई और उसकी चाबी लेकर मारते घसीटते हुए सरे बाजार ऐसे ले जाया जा रहा था मानो कोई वांटेड अपराधी हो उसके साथ पुलिस कर्मियों के द्वारा हाथापाई होते देख दुकानदारों के द्वारा भी विरोध दर्ज किया गया लेकिन पुलिसकर्मी अपनी पुलिस की हनक में उसे सबक सिखाने के मूड में थे युवक का आरोप है कि उसे रात 10:00 बजे तक पुलिस कर्मियों के द्वारा लात घूसों से जमकर पीटा गया और बलदेव रावत का वाहन सीज कर चालान कर दिया गया उसके पश्चात जब मैं अचेत हो गया तो पुलिस कर्मियों के द्वारा मेरे फोन से नंबर लेकर घर वालों को सूचित किया गया जिसके पश्चात बलदेव के जीजा के द्वारा थाने में ही जमानत करवा कर बलदेव को छुड़वाया गया इस संबंध में थाना इंचार्ज पैठाणी से जब संपर्क किया गया तो उनके द्वारा खुद को छुट्टी पर होने की बात कही गई और पैठाणी थाने में रमेश चंद्र जायडा का नंबर दिया गया हमारे द्वारा पैठाणी थाने में कार्यरत रमेशचंद्र से इस मामले में जब पूछा गया तो वह उसे शराब के नशे में होने की बात कहने लगे लेकिन जब हमारे द्वारा पूछा गया उसके साथ पुलिसकर्मियों ने सरे बाजार मार पिटाई क्योंकि पीड़ित बलदेव रावत अब पुलिस महानिदेशक और एसएसपी से इस संबंध में शिकायत करने की बात कह रहा है इस पर वह जवाब नहीं दे पाए हमारे द्वारा उनसे यह भी पूछा गया यह पुलिसकर्मी सादी वर्दी में थे क्या वह उस वक्त ड्यूटी पर थे तो रमेश चंद्र जायडा उखड़ गए उनके द्वारा बड़े ही बेरुखी से जवाब देते हुए आपको जो करना है कर लीजिए पुलिस ने अपना काम कर दिया।
वही अपने साथ मार पिटाई के बाद बलदेव रावत के द्वारा अपना मेडिकल जांच करवाई गई है मेडिकल रिपोर्ट में उनके पूरे शरीर में दर्द हाथों में सूजन और चोट के निशान की पुष्टि हुई हैवही इस संबंध में हमारे द्वारा स्थानीय बाजार के व्यापारियों से भी घटना की जानकारी ली गई सभी व्यापारी सादी वर्दी में खड़े पुलिसकर्मियों का दोष बता रहे थे व्यापारियों का कहना था यदि बलदेव शराब के नशे में था तो उसका चालान कर जुर्माना करना चाहिए था लेकिन उसके साथ पुलिसकर्मी हाथापाई करते हुए घसीटते हुए थाने ले जा रहे थे हालांकि कुछ व्यापारियों के द्वारा विरोध भी जताया गया जिसके बाद उन्होंने खुद को पुलिस वाला कहकर व्यापारियों को चुप करा दिया अब इस मामले में बलदेव के द्वारा सोशल मीडिया में अपना एक वीडियो डालकर इंसाफ की मांग की गई है।