पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कैबिनेट ने चाइना निर्मित किसी भी सामान के क्रय करने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया था । लेकिन सीएम के बदलते ही अधिकारियों ने अपनी मनमानी शुरु कर दी है। हरिद्वार महाकुंभ अपने चरम पर पहुँच गया है लेकिन अभी तक स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां पूरी नही हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अब कुंभ में लगने वाले उपकरणों को लगाने लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है। दरअसल कुंभ में लगने वाली एमआरआई मशीन चाइना निर्मित बताई जा रही है । जिसको लेकर पूर्व में भी सवाल खड़े हुए थे। कैबिनेट के आदेशों को देखते हुए पहले एमआरआई मशीन की क्रय प्रक्रिया को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था और अब नए सीएम के आते ही अधिकरियों ने इस पर फिर से काम शुरू कर दिया है। सूत्रों की माने तो जिस कंपनी से 8 करोड़ से ज्यादा की मशीन क्रय जा रही है उस मशीन का डेमो तक नही लिया गया है ऐसे में सवाल उठना भी लाजमी है कि आखिरकार अधिकारी इस तरहां की मशीन खरीद को लेकर इतनी रुची क्यूं दिखा रहे है। इस तरहां के हालातों को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि मशीन खरीद के पीछे किसी का निजी स्वार्थ भी हो सकता है। अब जीरो टॉलरेंस का नारा देने वाली सरकार में देश हित मे लिए गए निर्णयों का पलटा जाना किसी भी सूरत में उचित नही ठहराया जा सकता है। कॉंग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड में क्रय की गई समस्त खरीदारी की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है
अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के फैसलों को अधिकारी भी बदलने में जुटे
By
Posted on