उत्तराखंड में सुबह से ही राजनैतिक उथलपुथल की बाते सामने आ रही थी लेकिन रात होते होते तमाम बातें हवा होती दिखाई दे रही है , बड़ा सवाल की अगर कुछ बड़ा फैसला नहीं होना था तो फिर सरकार और विधायकों को गैरसैण से आनन फानन में बुलाने का क्या औचित्य था जबकि प्रदेश सरकार 9 मार्च तक गैरसैंण में रहने का मन बना चुकी थी लेकिन आज बीजेपी के इन नेताओं के आने से अब कुछ आज ही समेट दिया गया बड़ा सवाल जब कुछ बड़ा फैसला लेना था या नही लेना था तो पार्टी नेतृत्व ने ये हल्ला क्यों करवाया
जबकि शुक्रवार दिन तक रमन सिंह और प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम के उत्तराखंड आने की कोई बात नहीं थी बीजेपी ने तमाम जिलाध्यक्षो को गैरसैंण बुलाया था ऐसे में बड़ा सवाल है जब कोई फैसला लेना ही नहीं था तो प्रदेश में क्या फालतू में घूमने आए थे पर्यवेक्षक क्या देहरादून घूमने आए तो चलो सरकार से मिलते चले ये ही कोसिश थी बड़ा सवाल वही बड़ी बात ये भी आ रही है कि मंत्रियों के पर कतरने आये थे लेकिन कुल मिलाकर आज बीजेपी ने कोई बहुत सही और सीधा मैसेज नही दिया जिससे बीजेपी की ही किरकिरी हुई है वही सीएम आवास की ये तस्वीरें भी काफी कुछ कहती है।
सीएम ने फेसबुक पर लिखा कि में आज हमारी पार्टी के माननीय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री Dr Raman Singh और माननीय प्रदेश प्रभारी, उत्तराखंड Dushyant Kumar Gautam से मुलाकात की। इस अवसर पर दोनों महानुभावों का पार्टी विधायकों से भी परिचय कराया।