देहरादून। पहले डोबराचांठी, जानकी सेतु और अब सूर्यधार। जी-हां, विकास की इबारत लिखते मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रविवार को देहरादूनवासियों को सूर्यधार झील के रूप में एक नया तोहफा देने जा रहे हैं। देहरादून से चंद किमी की दूरी पर थानो से आगे सूर्यधार में झील बनकर तैयार हो गई है जिसका रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लोकार्पण करेंगे।
सूर्यधार झील मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक है। इस झील से क्षे़त्र को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। इससे लगभग 18 गांवों को सिंचाई और 19 गांवों को पेयजल मिलेगा जो कि पूरी तरह से ग्रैविटी आधारित होगी। बता दें कि इस क्षेत्र में लंबे समय से पेयजल और खेतों की सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता न होने की समस्या रही है। क्षेत्रवासियों की इसी दिक्कत को समझते हुए मुख्यमंत्री ने वर्ष 2017 में सत्ता संभालने के साथ ही सूर्यधार में झील बनाने का ऐलान किया था। सीएम की प्रोजेक्ट को लेकर गंभीरता का अंदाजा इसी से लग जाता है कि समय-समय पर उनके द्वारा सूर्यधार में निर्माणाधीन झील के निरीक्षण किए जाते रहे। अब, रिकार्ड समय में यह झील बनकर तैयार हो गई है।
रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत झील को प्रदेश की जनता को समर्पित करेंगे। सरकार का मानना है कि यह झील आने वाले दिनों में देहरादून जिले में नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर भी उभरेगी। यहां पर सरकार की योजना नौकायन के साथ ही लोगों को प्रकृति का दीदार कराने व अन्य पर्यटन गतिविधियां संचालित करने की है। इस झील को स्वरोजगार की दृष्टि मॉडल बनाने पर भी विचार किया जा रहा है। यहां पर छोटे-छोटे कैफे, रेस्टोरेंट आदि विकसित होने से क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा।