जनपद चमोली में अलकनंदा ग्लेशिर फटने की सूचना है, पानी का बहाव तेज़ी से बढ़ेगा। सभी फायर स्टेशन/ थाने, विशेष रूप से श्रीनगर, जोशीमठ, गोपेश्वर, कीर्तिनगर, देवप्रयाग, ऋषिकेश, मुनि की रेती अलर्ट पर रहें, समस्त राफ्टिंग कैंसिल। फायर, थाना sdrf को अलर्ट।
फायर स्टेशन जोशीमठ से कर्मचारी मौके पर रेस्क्यू कार्य कर रहे है।
चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से ऋषिगंगा नदी में आई बाढ़ से ऋषिकेश क्षेत्र में भी गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने की संभावना तथा आपदा कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के दृष्टिगत प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश के द्वारा ऋषिकेश त्रिवेणी घाट परिसर तथा नदी के किनारे स्थित अन्य घाटो से लोगो को लाउडस्पीकर के माध्यम से सचेत कर तत्काल खाली कराया जा रहा है।अलर्ट: चमोली के रिणी गांव में ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को भारी बारिश व अचानक पानी आने से क्षति की संभावना है। नदी में सैलाब आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना है। तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है। नदी किनारे बसे लोगों को क्षेत्र से हटाया जा रहा है।
एहतियात के लिए भागीरथी नदी का फ्लो रोक दिया गया है। अलकनन्दा का पानी का बहाव रोका जा सके इसलिए श्रीनगर में GVK डैम तथा ऋषिकेष के वीरभद्र डैम को खाली करवा दिया है।
SDRF अलर्ट पर है। मेरी आपसे विनती है कि अफवाहों पर बिल्कुल भी ध्यान ना दें। सरकारी प्रमाणिक सूचनाओं पर ही ध्यान दें। मैं स्वयं घटनास्थल पर रवाना हो रहा हूं।अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं और आपको किसी भी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 9557444486 तथा सीएम हेल्पलाइन नंबर 1905 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं। जोशीमठ से आगे ग्लेशियर टूटने की घटना पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिव आपदा प्रबंधन और डीएम चमोली से पूरी जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री लगातार पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। संबंधित सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। चमोली जिला प्रशासन, एसडीआरएफ के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंच गये हैं। लोगों से अपील की जा रही है कि गंगा नदी के किनारे न जाएंमुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जोशीमठ के लिए रवाना। साथ में आयुक्त गढ़वाल श्री रविनाथ रमन और डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग।