https://youtu.be/D7Kk-XxBIBo
चारधाम देवस्थानम बोर्ड का विरोध कर रहे तीर्थ पुरोहितों को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बड़ा बयान दिया है। साथ ही विपक्ष में बैठी कांग्रेस को भी मुख्यमंत्री रावत ने आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बोर्ड का विरोध करने वाले कोई तीर्थ पुरोहित नहीं, बल्कि कांग्रेस के पदाधिकारी है। जिन सभी को मैं नाम से और शक्ल से भी पहचानता हूँ। जो आज से नहीं बल्कि पिछले कई साल से है कांग्रेस के पदाधिकारी। धामों पर तीर्थ पुरोहित नहीं बल्कि कांग्रेस के कुछ लोग कर रहे है यह काम। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चारधाम देवस्थानम बोर्ड का विरोध करने वाले तीर्थ पुरोहितों को कांग्रेस का पदाधिकारी बताया है। जिसके बाद कांग्रेस ने भी मोर्चा सम्भालने का काम किया। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धसमाना का कहना है की कोई अगर अपने हक़ की बात करता है तो भाजपा और सरकार उसे कांग्रेसी बताने का काम करते है। सरकार को चाहिए राज्य में रहने वालों का सम्मान करे ना की उनके आवाज़ को दबाने का काम हो। और कांग्रेसी होना कोई ग़लत बात नहीं है, आज़ादी की लड़ाई में कांग्रेसीज़नो ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।