उत्तराखंड में आखिरकार 21 साल का टूटा रिकॉर्ड टूट ही गया है। भाजपा प्रदेश में बहुमत के साथ उत्तराखंड में दोबारा सरकार बनाने जा रही है। हालांकि, 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के सीएम पुष्कर सिंह धामी चुनाव हार गए हैं, लेकिन भाजपा को बहुमत मिला है।
भाजपा 47 सीटों में जीत दर्ज कर चुकी है, जबकि 18 सीटों में कांग्रेस जीती है। दो सीटों में निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं, जबकि एक-एक सीट में कांग्रेस और बीएसपी उम्मीदवार आगे हैं। हर बार के चुनावों में कुछ नए मिथक बनते हैं जबकि कुछ मिथक टूटते भी हैं। साल 2022 का चुनाव भी इन मिथकों का बनने और टूटने के लिए जाना जाएगा।
इस बार सबसे बड़ा मिथक सत्ताधारी दल के फिर नहीं जीतने का टूटा है, भाजपा ने शानदार जीत दर्ज करते हुए नया रिकॉर्ड बनाया है।दूसरी तरफ सीएम पुष्कर सिंह धामी की हार से मुख्यमंत्री की हार का मिथक एक बार फिर जिंदा हो गया है। आने वाले चुनावों में इन मिथकों की खूब गूंज रहेगी।
भाजपा ने उत्तराखंड में लगातार दूसरी बार स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाकर, साबित किया है कि सत्ता विरोधी रुझान से अपने काम और संगठन के दम पर पार पाया जा सकता है।इसी के साथ पार्टी ने सत्ता में रहकर जीत न पाने का चार बार से चला आ रहा मिथक भी झुठला दिया है।
इससे पहले हर बार सरकार में रहकर चुनावों में जाने वाली पार्टी को हार का सामना करना पड़ता था। माना जाता था कि छोटे राज्यों में किसी भी दल के लिए मतदाताओं की उम्मीदों पर खरा उतरना मुमकिन नहीं है।लेकिन इस बार भाजपा ना सिर्फ जीती है बल्कि शानदार बहुमत के साथ सरकार में लौटी है।
ऐसा पहली बार हुआ है कि मंत्रीमंडल के ज्यादातर सदस्य फिर जीतने में कामयाब हुए हैं। साथ ही सिटिंग विधायक भी ज्यादातर जीत गए हैं। इस तरह एक मिथक पूरी तरह फेल साबित हुआ है।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के नतीजे
पार्टी/साल 2017 2012 2007 2002
बीएसपी – 03 08 07
भाजपा 57 31 35 19
कांग्रेस 11 32 21 36
एनसीपी – – – 01
यूकेडी – 01 03 04
निर्दलीय 02 03 03 03
कुल 70 70 70 70
खटीमा सीट से भुवन कापड़ी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को हराया
सीएम पुष्कर सिंह धामी को अपने गृह क्षेत्र खटीमा विस क्षेत्र से करारी हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी और कांग्रेस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापड़ी ने 6,579 वोटों से करारी शिकस्त दी। सीएम धामी मतगणना शुरू होते ही पहले राउंड में ही कापड़ी से पिछड़ गए।
दस चक्र में हुई मतगणना में सिर्फ दूसरे और दसवें राउंड में ही उन्हें मामूली बढ़त मिली। जबकि पिछले विस चुनाव में भुवन कापड़ी को धामी के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा था। धामी की हार से समर्थकों में मायूसी है। वहीं भुवन कापड़ी के समर्थकों में खुशी की लहर है। कापड़ी ने जीत का श्रेय जनता को दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद खटीमा से चुनाव हार गए। वहीं पूरे प्रदेश में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद भी ऊधमसिंह नगर जिले में भाजपा का प्रदेश में कमजोर रहा। पिछले विस चुनाव में यहां नौ में से आठ सीटें भाजपा ने जीती थीं। वहीं इस विस चुनाव में भाजपा चार सीटों पर सिमट गई।
जबकि कांग्रेस ने जिले में दमदार वापसी करते हुए पांच सीटें झटक लीं। जसपुर, बाजपुर, किच्छा, नानकमत्ता और खटीमा सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया। जबकि रुद्रपुर, काशीपुर, गदरपुर और सितारगंज की सीट ही भाजपा जीत पाई।