कांग्रेस लंबे समय से ईवीएम पर सवाल उठाती आ रही है. कांग्रेस की ईवीएम के प्रति नाराजगी उदयपुर में चल रहे तीन दिवसीय चिंतन शिविर में भी देखने को मिली है. सूत्रोंं के मुताबिक कांग्रेस ने संकल्प लिया है कि सत्ता में आने के बाद EVM पर बैन लगाएंगे. सरकार बनने पर कांग्रेस बैलट पेपर पर चुनाव करवाएगी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भी रविवार को कहा कि उनकी पार्टी को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) हटाकर मतपत्र से चुनाव कराने का वादा अगले लोक सभा चुनाव के घोषणापत्र में करना चाहिए. इस मुद्दे को जनता के बीच भी ले जाना चाहिए.
‘ईवीएम हटाकर मतपत्र की तरफ जाएंगे’
पार्टी के चिंतन शिविर के लिए गठित राजनीतिक मामलों की समन्वय समिति के सदस्य चव्हाण ने कहा कि यह उनकी निजी राय है, लेकिन कई नेताओं ने भी इस पर सहमति जताई है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘ईवीएम पर बहुत चर्चा हुई है. बहुत घपलेबाजी हो रही है. मेरी निजी राय है कि आग्रह करने से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसे नहीं हटाएंगे. हमें उन्हें हराना पड़ेगा. हमारे चुनावी घोषणापत्र में लिखना पड़ेगा कि हम सत्ता में आएंगे तो ईवीएम हटाकर मतपत्र की तरफ जाएंगे.’
कांग्रेस को जनता के बीच जाना पड़ेगा’
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस को जनता के बीच जाना पड़ेगा. यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी के ‘सॉफ्ट हिंदुत्व’ की तरफ बढ़ने को लेकर चर्चा हुई है तो उन्होंने कहा, ‘हमने सभी मुद्दों पर चर्चा की है. पार्टी से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा की गई. अब देखना होगा कि आखिरी में किन मुद्दों को स्वीकृति मिलती है.’ चिंतन शिविर के बारे में उन्होंने कहा, ‘चर्चा हो रही है, यही बहुत बड़ी बात है. हमारी मांग थी कि कांग्रेस संविधान का अनुसरण किया जाए, अच्छी बात है कि उसका अनुसरण किया गया है.’
कांग्रेस का संसदीय बोर्ड बनेगा?
कांग्रेस के संसदीय बोर्ड बनाने से जुड़ी चर्चा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है क्योंकि अगर इस पर चर्चा हुई होगी तो संगठन संबंधी समिति में हुई होगी.