क्रिकेटर ऋषभ पंत की कार के दुर्घटनाग्रस्त होने के पीछे की वजह को लेकर उठे विवादों की गुत्थी अभी सुलझी नहीं है। कार डिवाइडर से क्यों टकराई। इसे लेकर अलग-अलग बयान आए हैं। पहले एक बयान डीडीसीए के निदेशक और फिर मुख्यमंत्री का भी आया था।
इसमें गड्ढे को दुर्घटना का कारण बताया गया था। विवादों के बीच जब एनएचएआई की टीम मौके पर गई तो उन्होंने दुर्घटनास्थल पर गड्ढा नहीं होने की बात कही। टीम ने ये भी कहा कि मौके पर कोई पैचवर्क नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि क्रिकेटर ऋषभ पंत ने कार के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद डॉक्टरों को जानकारी दी थी कि उन्हें झपकी आई थी। यही बात पुलिस प्रशासन भी मानकर चल रहा था लेकिन मैक्स अस्पताल, देहरादून पहुंचे डीडीसीए के निदेशक श्याम शर्मा ने जानकारी दी थी कि ऋषभ से हुई बातचीत में जानकारी मिली है कि दुर्घटना गड्ढे के कारण हुई है।
वहीं इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी ऋषभ पंत से मिलकर हाल जाना था। बाद में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि ऋषभ ने बताया है कि कुछ गड्ढे जैसा सामने आया था। इसके बाद दुर्घटना हो गई। इसके अलावा भी दुर्घटना के कारणों को लेकर कई बातें सामने आईं थीं। इसे लेकर एनएचएआई और सेव लाइफ फाउंडेशन दिल्ली की क्रैश इंवेस्टिगेशन यूनिट भी मौके पर कई बार जांच कर चुकी है।
इन विवादों के बीच एनएचएआई ने स्पष्ट कर दिया है कि वहां कोई गड्ढा नहीं था। एनएचएआई के परियोजना निदेशक पीएस गुसाईं ने बताया कि जहां पर कार दुर्घटनाग्रस्त हुई है, वहां कोई भी गड्ढा नहीं है। साथ ही यहां पर पूर्व में भी किसी तरह का पैचवर्क नहीं किया गया है। इसके लिए टीम ने निरीक्षण कर जांच भी की है।
वहीं, पुलिस ने नारसन चौकी में खड़ी दुर्घटनाग्रस्त कार को पन्नी से ढक दिया है। दरअसल, ऋषभ पंत की कार को देखने के लिए स्थानीय लोग और छात्र पहुंच रहे हैं। कोई कार के फोटो ले रहा है तो कोई सेल्फी ले रहा है। बताया जा रहा है कि बेवजह कार को देखने आ रहे लोगों के चलते पन्नी ढकी गई है।