वनंतरा प्रकरण में सोमवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में एक इलेक्ट्रीशियन सहित दो अन्य कर्मियों के बयान दर्ज किए गए। बयानों के दौरान पीड़िता को उत्पीड़ित किए जाने की बात सामने आई।
बताते चलें कि लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र के अंतर्गत गंगाभोगपुर स्थित वनंतरा रिसॉर्ट में कार्यरत रिसेप्सनिस्ट की हत्या कर दी गई। मामले में पुलिस ने रिसॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भाष्कर व सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर दिया। तीनों वर्तमान में जेल में हैं।
अभी तक सात गवाहों की गवाही हो चुकी
शासन ने मामले की जांच के लिए एसआइटी गठित की। एसआइटी ने मामले की जांच कर आरोप पत्र अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में दाखिल कर दिया।
एसआइटी की ओर से न्यायालय में दिए गए आरोप पत्र पर 18 मार्च को सुनवाई हुई, जिसके बाद न्यायालय ने एसआइटी की ओर से लगाई गई एक धारा को हटा दिया। 28 मार्च से मामले में सीजन ट्रायल शुरू हुआ। मामले में अभी तक सात गवाहों की गवाही हो चुकी है।
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता जीतेंद्र सिंह रावत व बचाव पक्ष के अधिवक्ता अमित सजवाण ने बताया कि सीजन ट्रायल के तहत सोमवार को वनंतरा रिसॉर्ट में मरम्मत कार्य करने वाले इलेक्ट्रीशियन, रिसॉर्ट परिसर में मौजूद स्वदेशी आयुर्वेद प्राइवेट के एक कर्मी और रिसोर्ट में कार्यरत एक कर्मी के बयान दर्ज किए गए।
एक कर्मी का कहना था कि उसने पटवारी के समक्ष 20 सितंबर को पीड़ित रिसेप्शनिस्ट को देखे जाने जाने की बात कही थी, जो कि गलत थी। कर्मी का कहना था कि पुलकित का व्यवहार कर्मचारियों के प्रति सही नहीं था। वह कर्मियों से गाली-गलौच करता था।
सुनवाई के दौरान यह बात भी सामने आई कि 18 सितंबर की शाम पीड़िता ने एक कर्मी को फोन कर अपना सामान सड़क तक लाने की बात कही। बचाव पक्ष के अधिवक्ता अमित सजवाण ने बताया कि मामले में अगली सुनवाई नौ जून को होगी।
सीबीआई जांच की मांग को किया प्रदर्शन
सोमवार को अंकिता न्याय संघर्ष समिति ने न्यायालय परिसर के समीप धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी वनंतरा प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाने की मांग कर रहे थे।
साथ ही आरोपितों को अविलंब फांसी दिए जाने की भी मांग की जा रही थी। प्रदर्शन करने वालों में महिला कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष रंजना रावत, विपिन उनियाल, दिनेश कुमार, जॉन, उमेश नौटियाल, अतुल भट्ट, इंदु नौटियाल, विमलेश नेगी, देवव्रत काला सहित कई अन्य मौजूद रहे।