पश्चिमी यूपी में लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद भाजपा के अंदर छीछालेदर शुरू हो गई है। संजीव बालियान ने इशारों में संगीत सोम को जयचंद क्या कहा संगीत सोम ने एनडीए सहयोगी जयंत चौधरी को भी निशाने पर ले लिया है।
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर हार के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा.संजीव बालियान और सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम के बीच सियासी जंग तेज हो गई है। संगीत ने जयंत चौधरी पर सवाल खड़ा किया और कहा कि उनके साथ गठबंधन के बाद भी भाजपा को फायदा नहीं हुआ। सोमवार को संजीव बालियान ने हार का ठिकरा संगीत सोम पर फोड़ा था। मंगलवार को संगीत सोम ने बालियान के आरोप का जवाब दिया और कहा कि संजीव बालियान अपने घर में क्यों हारे? उन्होंने बालियान पर कई आरोप लगाए। सोमवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने मुजफ्फरनगर में प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व विधायक संगीत सोम से विवाद के सवाल पर कहा था कि चुनाव हराने में जयचंदों का भी हाथ है। इन लोगों ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को चुनाव लड़ाया, पार्टी इन लोगों पर कार्रवाई करे।
मंगलवार को मेरठ में कैंट स्थित आवास पर मीडिया से बातचीत में संगीत सोम ने जवाबी हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरधना में लोकसभा का चुनाव लगभग बराबरी पर रहा। संजीव बालियान अपने घर में क्यों हारे तो इसकी जांच हो। चरथावल और बुढ़ाना दोनों विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की हार हुई है। लगे हाथ उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को यह भी जांच करानी चाहिए कि 2022 में सरधना में भाजपा क्यों हारी थी। सपा से हाथ मिलाने और बालियान के जयचंद और विभीषण जैसे आरोप पर कहा कि यह उनका संस्कार नहीं है। सपा से हाथ मिलाने के आरोप पर कहा कि वे भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं। कोई सामने से आएगा तो हाथ मिलाना धर्म है।
हार के कारणों की पार्टी जांच कराए
मुजफ्फरनगर लोकसभा में हार के क्या कारण रहे तो यह पार्टी जांच कराए। यह पार्टी फोरम का मामला है। संगीत सोम ने कहा कि वे इसलिए मीडिया के सामने आये कि उनके ऊपर आरोप लगाए गये। जांच हो। 2022 में सरधना में भाजपा की हार हुई थी। पार्टी जांच कर रही होगी। तब तो हार का ठीकरा किसी पर नहीं फोड़ा था। संजीव बालियान से भी कहूंगा वे घर, परिवार की लड़ाई बाहर नहीं करें। सरधना नहीं हारने दी, बराबर रहे।
रालोद से भाजपा को फायदा नहीं
संगीत सोम ने कहा कि रालोद के आने के असर पर कहा कि भाजपा को फायदा नहीं हुआ। जीती हुई सीट भी भाजपा हार गई। रालोद दो सीटों पर जीत गई। मुजफ्फरनगर विधानसभा विपरीत परिस्थितियों में जीतते रहे है। मात्र 800 से जीते। खतौली 30 से 40 हजार से जीतते हैं ,करीब 2000 से जीते। बुढ़ाना और चरथावल में हार गए।
संजीव बालियान बोले-सरधना भी 45 वोट से हारे
मेरठ। पूर्व विधायक संगीत सोम के जवाब पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि उन्हें अब कुछ नहीं है। संगीत सोम अंतरात्मा से बताएं। यह सच है कि सरधना विधानसभा 45 वोट के अंतर से हारे हैं। चरथावल और बुढ़ाना भी हारे। यह तो सच्चाई है। अब इस पर उन्हें कुछ नहीं कहना है। सोम को अंतरात्मा से ही पूछना चाहिए। हार तो हुई है।
चौबीसी है रार की जड़
मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत मेरठ जिले की सरधना विधानसभा सीट भी आती है। सरधना का बड़ा हिस्सा ठाकुर चौबीसी के नाम से जाना जाता है। लोकसभा चुनाव के दौरान संजीव बालियान और संगीत सोम के बीच सोशल मीडिया पर खूब वार-पलटवार चले। शीर्ष नेतृत्व को दो बार इनकी सुलह करानी पड़ी। जुबानी चुप्पी तो हो गई लेकिन सियासी बड़ा नुकसान भाजपा को हो गया। 2014 में मुजफ्फरनगर की सीट मॉडल बनी थी। इस बार भाजपा प्रत्याशी संजीव बालियान सपा के हरेंद्र मलिक से 24672 मतों से हार गए। खतौली और मुजफ्फरनगर को छोड़कर बालियान तीन विधानसभा क्षेत्र-बुढ़ाना, चरथावल और सरधना हारे।