होली पर शुक्रवार को महामण्डलेश्वर स्वामी यतींद्र आनंद गिरी ने रुड़की के नीलम टाकीज में द कश्मीर फाइल्स फिल्म के शो का टिकट संतों, भाजपा पदाधिकारियों और पत्रकारों के लिए फ्री कराया। संतों के साथ वह खुद भी फिल्म देखेने पहुंचे। उन्होंने फिल्म को ऐतिहासिक बताया।
द कश्मीर फाइल्स फिल्म की देशभर में चर्चा हो रही है। फिल्म को देखने के लिए लोगों में उत्साह भी दिख रहा है। इसी बीच होली पर्व पर महामण्डलेश्वर स्वामी यतींद्र आनंद गिरी ने भी फिल्म देखी। उन्होंने संतों के लिए शो का टिकट भी फ्री कराया। उन्होंने फिल्म को लेकर अपनी प्रतिक्रिया भी दी। कहा कि यह फिल्म ऐतिहासिक है।
इस तरह की फिल्मों से ही हमारी पीढ़ी इतिहास को जान पाएगी। द कश्मीर फाइल्स की अधिकतर शूटिंग पहाड़ों की रानी मसूरी में हुई है। फिल्म में आतंकियों के दौड़ाने पर अनुपम खेर स्कूटर पर दो बच्चों को लेकर भागते हुए नजर आते हैं। इस सीन में मसूरी के विजयमोहन गोयल भी नजर आए।
फिल्म की सफलता से गदगद विजय मोहन गोयल ने बताया कि दरअसल, अनुपम खेर से मसूरी की गलियों में स्कूटर नहीं चलाया जा रहा था, इसलिए यह रोल उन्हें मिला था। द कश्मीर फाइल्स की चर्चा इन दिनों देश विदेश में हो रही है,1990 के दशक में कश्मीरी हिदुओं के साथ हुई घटना पर आधारित फिल्म की अधिकांश शूटिंग मसूरी में हुई है।