उत्तराखंड में जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, उनके आयुष्मान कार्ड अब मतदाता परिचय पत्र (वोटर आईडी) से बनाए जाएंगे। हालांकि, यह सुविधा सिर्फ राज्य के निवासियों के लिए ही होगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
यमुना कॉलोनी स्थित कैंप कार्यालय में पत्रकार वार्ता में डॉ. रावत ने बताया कि इस संदर्भ में विभाग प्रस्ताव तैयार कर रहा है। यह प्रस्ताव जल्द कैबिनेट में लाया जाएगा। ऐसे लोगों की संख्या पांच लाख के करीब है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इससे पहले आयुष्मान भव योजना के तहत 25 लाख ऐसे लोगों के कार्ड बनाने पर फोकस है, जिनके राशन कार्ड हैं पर उनके आयुष्मान कार्ड नहीं बने हैं। गांव-गांव में लगने वाले स्वास्थ्य मेलों में कुल 30 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य है। हर नागरिक की आभा आईडी भी बनाई जाएगी। ऐसा होने के बाद गांव को आयुष्मान गांव घोषित किया जाएगा।
अंगदान करने वालों के लिए ‘दधीचि वार्ड’ : उत्तराखंड में ‘आयुष्मान भव अभियान के तहत तीन माह में 10 हजार लोगों को अंगदान, नेत्रदान व देहदान की शपथ भी दिलाई जाएगी। अंगदान, ब्लड डोनेशन व टीबी मरीजों को गोद लेने वाले लोगों को सम्मानित किया जाएगा। अंगदान करने वालों के लिए सरकारी अस्पतालों में अलग से ‘दधीचि वार्ड’ बनाए जाएंगे और उन्हें उन्हें विशेष कार्ड भी दिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि आयुष्मान भव योजना के तहत लगने वाले आयुष्मान मेलों के दौरान राज्य के हर गांव में कैंसर, एनीमिया, टीबी, कुष्ठ, कैल्शियम समेत एक दर्जन जांचें मुफ्त कराई जाएंगी। साथ ही मरीजों को दवाई देने के साथ आगे का इलाज शुरू कराया जाएगा। इस अभियान के तहत राज्य में 700 ब्लड डोनेशन कैंप भी लगाए जाएंगे। पीएम नरेंद्र मोदी के 74 वें जन्मदिन पर 17 सितंबर को 74 रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएंगे। राज्य में रक्तदान के लिए दो लाख लोगों के पंजीकरण का लक्ष्य रखा गया है।