शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में शामिल होने गृहमंत्री अमित शाह पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गृहमंत्री के देवभूमि उत्तराखंड आगमन पर जीटीसी हैलीपेड पर स्वागत किया।
निवेशक सम्मेलन में निवेशकों के अलावा कवि, लेखक व गीतकार प्रसून जोशी, पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष चिदानंद मुनि व अलग-अलग क्षेत्रों की मशहूर हस्तियां भी गवाह बनीं। सम्मेलन में प्रदेश सरकार के सात मंत्रियों के अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत, विजय बहुगुणा, तीरथ सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण, टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी, अल्मोड़ा के सांसद अजय टम्टा, पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, पार्टी विधायक खजानदास, विनोद चमोली, मुन्ना सिंह चौहान, सहदेव पुंडीर, पार्टी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी समेत कई अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
परमार्थ निकेतन में गृहमंत्री अमित शाह के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसएसपी पौड़ी, टिहरी व एसपी चमोली ने पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को ब्रीफ किया। आज शनिवार शाम गृहमंत्री अमित शाह का परमार्थ निकेतन की आरती में शामिल होने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। अमित शाह का हेलिकॉप्टर वेद निकेतन के समीप हेलीपैड पर पर लैंड करेगा। यहां से वह कार से परमार्थ निकेतन पहुंचेंगे। इस दौरान पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी।
सम्मेलन के दूसरे सत्र में मैन्युफैक्चरिंग पर सेक्टोरल सत्र में उद्यमियों ने उत्तराखंड को निवेश का आकर्षक स्थल बताया। सत्र की अध्यक्षता करते हुए कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा, उद्यमी हमारे ब्रांड एंबेसडर हैं। राज्य के विकास और रोजगार सृजन में उद्योगों में महत्वपूर्ण भूमिका है। कहा, प्रदेश सरकार ने निवेश को बढ़ावा देने के लिए 18 माह में नई नीतियों लागू करने के साथ ही कई नीतियों में संशोधन किया है। उद्यमियों और निवेशकों के सुझावों के आधार पर नीतियों में बदलाव किया है। उन्होंने निवेशकों से पहाड़ से हो रहे पलायन और बेरोजगारी के समाधान में भागीदार बनाने का आह्वान किया।
वैश्विक निवेशक सम्मेलन में विनिर्माण क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं और खूबियों को देश-दुनिया से आने वाले निवेशकों के साथ साझा किया गया। निवेशकों ने कहा, विनिर्माण क्षेत्र देश और राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उत्तराखंड की जीडीपी में ऑटो और फार्मा सेक्टर का 36 प्रतिशत योगदान है।आने वाला समय ई-वाहनों का है। इस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य के पास अवसर हैं।
देहरादून के एफआरआई में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन के शुभारंभ पर कई बड़े उद्योगपतियों ने उत्तराखंड में निवेश का एलान किया। वहीं प्रदेश सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), रियल एस्टेट, हेल्थ केयर, उच्च शिक्षा, पर्यटन, फिल्म, आयुष, ऊर्जा क्षेत्र में निवेश प्रस्ताव पर एमओयू किए हैं। इसमें सरकार ने 44 हजार करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
निवेशक सम्मेलन के लिए धामी सरकार ने लंदन, बर्मिघम, दुबई, अबुधाबी, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, अहमदाबाद, बंगलुरु के अलावा प्रदेश स्तर हुए रोड शो, मिनी रोड में तीन लाख करोड़ के निवेश पर करार किया था। निवेशक सम्मेलन के पहले दिन निवेशकों के साथ अलग-अलग क्षेत्रों में 44 हजार करोड़ के निवेश पर एमओयू किया गया। इसके अलावा अदाणी एंटरप्राइज के निदेशक प्रणव अदाणी ने 1700 करोड़ के निवेश का एलान किया।
देहरादून में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन में आज गृह मंत्री अमित शाह शिरकत कर चुके हैं। सम्मेलन के दूसरे दिन अलग-अलग सत्रों में पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन, अवस्थापना विकास, वन एवं संबंधित सेक्टर, स्टार्टअप, आयुष एवं वेलनेस, सहकारिता एवं खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा जारी है। समापन समारोह के मुख्य अतिथि गृह मंत्री अमित शाह पहुंच गए हैं।
समापन पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(सेनि), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी संबोधित करेंगे। इसके अलावा मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, एनएसई के सीईओ आशीष कुमार, मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंदलीस, रसना के एमडी पिरुज खंबाटा, डेनमार्क के राजदूत एचई फ्रेड्डी स्वाने समेत कई निवेशक भी मौजूद रहेंगे।
वैश्विक निवेशक सम्मेलन के पहले दिन 44 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव पर सरकार ने निवेशकों के साथ करार किया है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रोड शो, प्रदेश में जिला स्तर पर मिनी रोड शो व विभागों के स्तर पर अब तक साढ़े तीन लाख करोड़ के निवेश पर एमओयू हस्ताक्षर किए गए