देहरादून जिला प्रशासन, नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद डेंगू बीमारी थमने का नाम नहीं ले रही है। डेंगू मरीजों का आंकड़ा दिनों दिन तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार को भी जिले में 21 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। मामले बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार पांच मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि बाकी 16 मरीज घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। जिनकी हालत सामान्य बताई जा रही है। दूसरी ओर जिलाधिकारी सोनिका के निर्देश पर नगर निगम और स्वास्थ विभाग की टीमों द्वारा राजधानी के साथ ही देहात क्षेत्रों में दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है।
जिला मलेरिया अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि डेंगू संक्रमण रोकने को लेकर तमाम एहतियाती कदम उठा लिए गए हैं। डेंगू संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा सके, इसके लिए जिला अस्पताल कोरोनेशन समेत तमाम सरकारी अस्पतालों में डेंगू वार्ड खोले गए हैं। जहां अतिरिक्त बेड की व्यवस्था के साथ ही इलाज की पूरी व्यवस्था की गई है। किसी को बुखार के साथ ही डेंगू के लक्षण दिखाई दें तो तत्काल अस्पताल में जाकर जांच कराएं और उपचार लें।
ये हैं डेंगू बीमारी के लक्षण
– मरीज को अचानक तेज सिर दर्द व बुखार होता है।
– मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द होना।
– आंखों के पीछे दर्द होना, जो कि आंखों को घुमाने से बढ़ता है।
– मरीज को जी मिचलाने के साथ ही उल्टी होती है।
– गंभीर मामलों में नाक, मुंह, मसूड़ों से खून आने के साथ ही त्वचा पर चकत्ते उभर आते हैं।
डेंगू से बचने के लिए ये करें उपाय
– डेंगू बीमारी मादा एडीज इजिप्टाई मच्छर के काटने से होती है।
– डेंगू फैलाने वाला मच्छर रुके हुए साफ पानी में पनपता है। ऐसे में घर में या आसपास पानी जमा न होने दें।
– कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों व पशुओं के पीने के पानी के बर्तन को साफ रखें।
– पानी से भरे हुए बर्तनों व टंकियों को ढक कर रखें।
– प्रत्येक सप्ताह कूलर को खाली करके सुखाकर ही उपयोग में लायें।
– डेंगू मच्छर दिन के समय काटता है। ऐसे में बदन को पूरी तरह ढक कर रखें।
– सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
– डेंगू के उपचार के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन नहीं है। बुखार उतारने के लिए पैरासिटामोल ले सकते हैं।
– डेंगू होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र व अस्पताल से संपर्क करें।