उत्तराखंड सरकार सूबा छोड़कर रोजी रोटी के लिए बाहर गए प्रवासियों को वापस अपने निवास स्थान पर बुलाने और प्रदेश के विकास में मदद करने के लिए ‘आओ अपने गांव, वापस आओ’ अभियान चलाएगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को चंपावत के तामली तल्लादेश में दशहरा महोत्सव के मौके पर की। सीएम ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत सूबे के स्थापना दिवस नौ नवंबर से दो दिन पहले की जाएगी।
सीएम ने कहा कि इस सम्मेलन के जरिए प्रवासी उत्तराखंडियों को वापस राज्य में बुलाने और प्रदेश के विकास में सहयोग के लिए अपील की जाएगी। सीएम ने दावा किया कि राज्य सरकार पलायन रोकने की दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह भी कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य स्थापना दिवस के मौके पर यूसीसी लागू करेगी। इसके साथ यूसीसी लागू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाहरी अपराधियों को भी सख्त संदेश देते हुए कहा कि उत्तराखंड में अपराधियों के लिए जगह नहीं है। हम लैंड जिहाद, लव जिहाद और धर्मांतरण के खिलाफ कठोर निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेंगे। हमारी सरकार उत्तराखंड को देश में श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए जो भी कदम उठाने होंगे उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने दशहरा के मौके पर क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं। इनमें तामली मेला स्थल का सौन्दर्यीकरण, रणकोची मंदिर में बाढ़ सुरक्षा कार्य, तामली क्षेत्र में पेयजल समाधान, तामली-रूपालीगाढ़ मोटर मार्ग का निर्माण एवं सतकुला पुल का निर्माण शामिल हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने किच्छा में एम्स सेटेलाइट सेंटर के निरीक्षण के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि थूक जिहाद नहीं चलेगा। ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने थूक जिहाद के खिलाफ समाज को भी आगे आने के लिए कहा। मुख्यमंत्री धामी ने पंतनगर अंबेडकर पार्क में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने, अटरिया रोड का बाकी निर्माण कार्य पूरा करने, बड़िया में आपदा के दौरान बहे पुल का निर्माण और दरऊ में पार्क और तालाब के सौंदर्यीकरण की घोषणा की।